दुुआ यह ईक हमारा है, बनी हो चाँदनी की तुुम कहाँ कोई तुमसा प्यारा है। दुुआ यह ईक हमारा है, बनी हो चाँदनी की तुुम कहाँ कोई तुमसा प्यारा है।
अंकल थे ना, देदी पप्पी। इसमें उन्होंने ले ली मेरी पप्पी ।। अंकल थे ना, देदी पप्पी। इसमें उन्होंने ले ली मेरी पप्पी ।।
एक गहन चिंतन के बाद मैंने पिताजी से पूछा- 'ये विविधता में एकता क्या है?' एक गहन चिंतन के बाद मैंने पिताजी से पूछा- 'ये विविधता में एकता क्या है?'
सुंदर मुखड़ा चांद का टुकड़ा हाय कहां से आया रे छम-छम करती नाक की नथनी कौन इसे ले आया रे सुंदर मुखड़ा चांद का टुकड़ा हाय कहां से आया रे छम-छम करती नाक की नथनी कौन इसे ले...
चलो सोचते हैं एक बार ऐसी दुनिया की ख़ूबसूरती जहाँ न फितना, न फ़साद और न कोई बुराई हो चलो सोचते हैं एक बार ऐसी दुनिया की ख़ूबसूरती जहाँ न फितना, न फ़साद और न कोई बु...
भूल गयी सब कुछ, याद नहीं अब कुछ। भूल गयी सब कुछ, याद नहीं अब कुछ।